डॉ. रामभरोस कापड़ि "भ्रमर"



राम भरोस कापड़ि भ्रमर, धनुषा, नेपाल 1951-

जन्म-बघचौरा, जिला धनुषा (नेपाल)।बन्नकोठरी: औनाइत धुँआ (कविता संग्रह), नहि, आब नहि (दीर्घ कविता), तोरा संगे जएबौ रे कुजबा (कथा संग्रह, मैथिली अकादमी पटना, १९८४), मोमक पघलैत अधर (गीत, गजल संग्रह, १९८३), अप्पन अनचिन्हार (कविता संग्रह, १९९० ई.), रानी चन्द्रावती (नाटक), एकटा आओर बसन्त (नाटक), महिषासुर मुर्दाबाद एवं अन्य नाटक (नाटक संग्रह), अन्ततः (कथा-संग्रह), मैथिली संस्कृति बीच रमाउंदा (सांस्कृतिक निबन्ध सभक संग्रह), बिसरल-बिसरल सन (कविता-संग्रह), जनकपुर लोक चित्र (मिथिला पेंटिङ्गस), लोक नाट्य: जट-जटिन (अनुसन्धान)। नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानक सदस्यता- श्री राम भरोस कापड़ि 'भ्रमर' (2010)

डॉ. रामभरोस कापड़ि "भ्रमर" 

महिषासुर मुर्दावाद एवं अन्य नाटक (१९९७)

लोक नाट्य: जट जटिन (२००७) (शोध)

हुगली ऊपर बहैत गंगा आ आन कथा (कथा संग्रह) (२००८)

भ्रमर मैथिली दीर्घ कविता (हिन्दी अनुवाद-अब बस नहीं) (२००९)

मैथिली लोक संस्कृति (नेपाली भाषामे) (२००९)

भैया अएलै अपन सोराज (नाटक संग्रह) (२०१०)

घरमुहाँ (उपन्यास) (२०१२)- ई बुक वर्जन

घरमुँहा (उपन्यास) (२०१२)- प्रिंट वर्जन

अनहरियाक चान (गजल संग्रह) (२०१३)

चीन जे हम देखल (यात्रा संस्मरण) (२०१४)

सूली पर इजोत एवं अन्य नाटक (२०१५)

सीमाके आर-पार (यात्रा संस्मरण) (२०१६)

युद्धभूमिक एसगर योद्धा (कविता संग्रह) (२०१७)

एंटीवायरस (कथा संग्रह) (२०१९)

कोरोनाक संत्रासमे ओझरायल जिनगी (लकडाउन डायरी) (२०२०)

मिथिलाक लोकजीवन लोकसन्दर्भ (२०२२)

सोन्हगर गन्धक अन्वेषी डा. प्रफुल्ल कुमार सिंह 'मौन'

मैथिली लोक संस्कृति संगोष्ठी

स्मारिका (२०१०)

आंगन अंक-४ (२०१२)

गामघर-३०-०८-२०१८ 

गामघर-०४-१०-२०१८ 

गामघर-१६-०५-२०१९

गामघर-२७-०६-२०१९

आँजुर (अंक वर्ष ३६, अंक ३)

रामभरोस कापड़ि "भ्रमर"क किछु नाटक

मुन्नाजी द्वारा साक्षात्कार पृ. ३२१-३२८

देसिल बयनाक बहन्ने रामलोचन ठाकुर प्रसंग पृ. ३४७-३५७

हमर ज्ञान-पिपाशाक स्रोत: शरदिन्दु चौधरी पृ. ३१-३४

जट जटिन पृ. ५६८-७०५

भैया, अएलै अपन सोराज पृ. ५६८-७०५

आलेख कथा-फ्लैशबैक पृ. ८४-८८

आलेख पृ. पृ. ११७-१२५

आलेख पृ. १२७६-१२९०

आलेख पृ. ९७-९८

रायपुर यात्रा प्रसंग पृ. १५०-१५४

सलहेस परिचर्चा रिपोर्ट पृ. ४१-४५

रिपोर्ट पृ. २३१-२४३

रिपोर्ट पृ. ४४५

रिपोर्ट पृ ५६८-६०५

रिपोर्ट पृ. ५८३-५८५

गंगा प्रसादक स्वायत्तता आ हुगलीपर बहैत गंगा पृ. २२३-२२६

गीत पृ. १४४९-१४५०

गजल गीत पृ. २११

अन्हारक विरुद्ध आ आजाद गजल पृ. ६१९-६२१)